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NSE क्या है
NSE का पूरा नाम National Stock Exchange है। यह भारत का सबसे बड़ा और सबसे आधुनिक स्टॉक एक्सचेंज है। NSE की स्थापना 1992 में हुई थी और 1994 में इसने अपना पहला ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म शुरू किया था। NSE भारत की पहली पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक स्टॉक एक्सचेंज है, जहां ट्रेडिंग कम्प्यूटर के माध्यम से होती है।यह एक्सचेंज शेयर, डेरिवेटिव्स, म्यूचुअल फंड्स, ETF, और बॉन्ड्स जैसे कई वित्तीय साधनों की खरीद-फरोख्त का माध्यम है। NSE का प्रमुख सूचकांक (Index) NIFTY 50 है, जिसमें भारत की 50 सबसे बड़ी कंपनियों के शेयर शामिल होते हैं।
NSE की स्थापना का इतिहास
• 1992 में NSE की स्थापना SEBI के निर्देशों पर की गई।• इसका उद्देश्य शेयर बाजार में पारदर्शिता लाना और निवेशकों को एक आधुनिक व सुरक्षित प्लेटफॉर्म देना था।
• 1994 में NSE ने इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग शुरू की, जो अपने समय में क्रांतिकारी कदम था।
• इसके बाद से ही NSE भारत में सबसे लोकप्रिय स्टॉक एक्सचेंज बन गया है।
NSE के मुख्य उद्देश्य
1. ट्रेडिंग में पारदर्शिता लाना।2. निवेशकों को तकनीकी रूप से मजबूत प्लेटफॉर्म देना।
3. भारत में कैपिटल मार्केट का विकास करना।
4. फाइनेंशियल लिटरेसी को बढ़ावा देना।
5. कम लागत पर ट्रेडिंग की सुविधा देना।
NSE में ट्रेडिंग कैसे होती है
NSE में ट्रेडिंग पूरी तरह ऑनलाइन होती है। निवेशक अपने ब्रोकर या ट्रेडिंग ऐप के माध्यम से NSE में रजिस्टर्ड कंपनियों के शेयर खरीद या बेच सकते हैं। ट्रेडिंग मुख्य रूप से दो तरीकों से होती है:• इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) – एक ही दिन में शेयर खरीदना और बेचना।
• डिलीवरी ट्रेडिंग (Delivery Trading) – लंबे समय के लिए शेयर खरीदना।
NSE के प्रमुख सूचकांक (Indices)
1. NIFTY 50 – 50 सबसे बड़ी कंपनियों का इंडेक्स।2. NIFTY Next 50 – NIFTY 50 के बाद आने वाली कंपनियों का इंडेक्स।
3. NIFTY Bank – बैंकिंग सेक्टर का सूचकांक।
4. NIFTY IT – IT कंपनियों पर आधारित सूचकांक।
5. NIFTY Pharma – दवा उद्योग पर आधारित सूचकांक।
इन इंडेक्स के जरिए निवेशक यह समझ सकते हैं कि बाजार या कोई खास सेक्टर कैसा प्रदर्शन कर रहा है।
NSE के अंतर्गत आने वाले प्रमुख वित्तीय प्रोडक्ट्स
> इक्विटी शेयर (Equity Shares)> डेरिवेटिव्स (Futures & Options)
> करेंसी मार्केट
> कमोडिटी डेरिवेटिव्स
> ETF (Exchange Traded Funds)
> डिबेंचर और बांड्स
NSE में अकाउंट कैसे खोलें
अगर आप NSE में निवेश करना चाहते हैं, तो आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट अकाउंट खोलना होता है। इसके लिए आप किसी भी SEBI रजिस्टर्ड ब्रोकर के पास जाकर खाता खुलवा सकते हैं। जैसे:Zerodha
Groww
Upstox
खाता खोलने की प्रक्रिया
1. अपने पैन कार्ड, आधार कार्ड और बैंक डिटेल्स तैयार रखें।2. ब्रोकर की वेबसाइट या ऐप पर जाकर साइन अप करें।
3. eKYC के माध्यम से पहचान सत्यापन करें।
4. आपके अकाउंट को NSE से लिंक किया जाएगा।
5. अब आप ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।
NSE में निवेश के फायदे
1. सुरक्षित और पारदर्शी प्लेटफॉर्म।2. कम ब्रोकरेज शुल्क।
3. रियल-टाइम प्राइस अपडेट्स।
4. विविध प्रकार के निवेश विकल्प।
5. लिक्विडिटी ज्यादा होती है।
NSE से पैसे कैसे कमाएं
NSE से पैसे कमाने के लिए कई तरीके हैं:1. शेयर खरीदकर लंबी अवधि में निवेश करना (Long-term Investment)
2. इंट्राडे ट्रेडिंग से छोटे मुनाफे कमाना
3. F&O में ट्रेड करके लाभ कमाना
4. ETF और Index Fund में निवेश
5. NSE में लिस्टेड IPO में निवेश करना
NSE और BSE में क्या अंतर है
विषय | NSE (National Stock Exchange) | BSE (Bombay Stock Exchange) |
---|---|---|
स्थापना वर्ष | 1992 | 1875 |
मुख्यालय | मुंबई, भारत | मुंबई, भारत |
प्रमुख सूचकांक | NIFTY 50 | SENSEX |
ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू | 1994 | 1995 |
ट्रेडिंग वॉल्यूम | उच्च | कम (NSE से तुलना में) |
स्वचालित प्रणाली | पूरी तरह स्वचालित | स्वचालित |
संपर्क | www.nseindia.com | www.bseindia.com |
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